भारत को 'लेग डे' को कभी नहीं भूलना चाहिए
भारत के लिए यह एक ऐसा दिन था जिसे वे जल्दी से भूल जाना चाहेंगे। शुभमन गिल का चेहरा इस दिन की कहानी को बयां करता है। इंग्लैंड की पारी के 22वें ओवर में जसप्रीत बुमराह ने आखिरकार एक पैच में प्रवेश किया। तीन गेंदें डकेट को दी गईं, सभी पूरी थीं और डकेट की रक्षा के पीछे से जा गुजरीं। दो गेंदें सीधी थीं और डकेट की रक्षा के पीछे से जा गुजरीं। पहली बार कुछ समय में भारत ने नियंत्रण की दिशा में कदम बढ़ाया।
भारत की नियंत्रण से दूरी
फिर भी भारत ने फिर से नियंत्रण खो दिया। शार्दुल ठाकुर को अगले कदम की जिम्मेदारी दी गई। गिल ने उन्हें 7-2 का फील्ड दिया, जो ऑफ साइड पर स्टैक किया गया था, जो नियंत्रण की ओर इशारा करता था। लेकिन ठाकुर का रेडार व्यापक रूप से घूम गया। 23वें ओवर की दूसरी गेंद ने हानिरहित तरीके से ज़ैक क्राउली के पैड्स की ओर बढ़ी, और वह सिर्फ इसे चार रन के लिए टिकला दिया। सात लोग एक तरफ के पिच पर खड़े थे और दूसरी ओर गेंद को देख रहे थे। पहले स्लिप के कप्तान के हाथ अब क्रॉस किए गए थे, जो उनमें से एक थे।
भारत की नियंत्रण से दूरी का एक बड़ा कारण
यह एक बड़ा कारण था जो भारत को चिंतित करता था। भारत के गेंदबाजों ने अपनी नियंत्रण से दूरी को दिखाया। बुमराह की गेंदें अक्सर लेग साइड पर जा रही थीं। यह एक ऐसी स्थिति थी जो भारत के लिए चिंताजनक थी।
