एक 'अच्छी पिच' की तस्वीर
ट्रिस्टन स्टब्स ने एक पल के लिए जमीन की ओर देखा, जबकि उनके आसपास भारतीय खिलाड़ी जश्न मना रहे थे। गुवाहाटी में पहले दिन के अंतिम सत्र के 37वें मिनट में कुलदीप यादव ने स्टब्स को बॉल के ड्रिफ्ट पर चलने के लिए लुभाया और उनका शॉट फर्स्ट स्लिप पर कैच हो गया। यह कुलदीप की पहली बॉल थी, और इसने 111 बॉल खेल चुके बल्लेबाज को एक बुरी आदत में धकेल दिया।
पिच की प्रकृति स्टब्स के आंकड़ों से समझी जा सकती है। आक्रामक रवैया रखने वाले इस बल्लेबाज ने स्पिन की 9 बॉलों में 19 रन बनाए – बिना कोई फॉल्ट शॉट खेले। लेकिन स्पिन के खिलाफ डिफेंस में उन्होंने 29 बॉलों पर 0 रन बनाए और 30वीं बॉल पर आउट हो गए।
"आप समय बिता सकते हैं, लेकिन स्कोरबोर्ड कहीं नहीं जाता," स्टब्स ने पिच का आकलन करते हुए कहा।
यह वह पिच थी जहां बल्लेबाजों को अपने डिफेंस पर संदेह नहीं था, जैसा कि ईडन गार्डन्स में हुआ था। दिन की शुरुआत दो बराबरी की टीमों के बीच संघर्ष के साथ हुई।
जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने सीधी लाइनों में बॉलिंग की, लेकिन बल्लेबाज बाउंस पर भरोसा कर सकते थे। भारतीय स्पिनरों के लिए गेम एयर में थी – वाशिंगटन सुंदर ने रयान रिकेल्टन के फुटवर्क की परीक्षा ली।
कुलदीप यादव ने सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया और तीन विकेट लिए।
रिकेल्टन और मार्करम ने पहले घंटे में सफलतापूर्वक बल्लेबाजी की, लेकिन चाय के ब्रेक से ठीक पहले बुमराह ने मार्करम का विकेट झटक लिया। यह दिन की बार-बार दोहराई जाने वाली थीम बन गई।
बल्लेबाज अंदर आते, अच्छा खेलते, समय बिताते और ब्रेक के आसपास आउट हो जाते। कुलदीप ने 20 मिनट के सत्र ब्रेक के बाद पहले ओवर में ही रिकेल्टन को एज कराया, जो 81 बॉल तक खेल चुके थे।
इस पिच पर साउथ अफ्रीका की पहली स्वीप शॉट 45वें ओवर में आई, जबकि पिछले मैच में 13वें ओवर में ही रिवर्स स्वीप खेली गई थी।
मार्करम, रिकेल्टन, बवुमा और स्टब्स – सभी 35 से अधिक रन बनाने के बावजूद कोई भी अर्धशतक तक नहीं पहुंच सका। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह पहली बार हुआ।
दिन के अंत तक भारत ने 6 विकेट लिए, जबकि साउथ अफ्रीका ने 247 रन बनाए। 81 ओवर के बाद भी पिच के टूटने के कोई संकेत नहीं थे। यह गेम आगे बढ़ने के साथ बदलेगी, लेकिन फिलहाल दोनों टीमें बराबरी की स्थिति में हैं और थोड़े से फायदे की तलाश में हैं।
