आँकड़े: भारत की घरेलू दुर्दशा, हार्मर के शानदार प्रदर्शन और मार्करम का रिकॉर्ड
दूसरे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका की भारत पर ऐतिहासिक जीत से जुड़े प्रमुख आँकड़े।
भारत की घरेलू दुर्दशा जारी
3 – यह भारत की घरेलू सीरीज़ में केवल तीसरी क्लीन स्वीप थी, इससे पहले 2000 में दक्षिण अफ्रीका और पिछले साल न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हार।
5 – भारत ने अपने आखिरी सात घरेलू टेस्ट में से पांच हारे हैं।
408 रन – यह भारत की टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी रनों से हार है, जो 2004 में नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 342 रनों की हार से भी बड़ी है।
टेस्ट में भारत की सबसे बड़ी हार (रनों से)
| अंतर | प्रतिद्वंद्वी | स्थान, वर्ष |
|---|---|---|
| 408 रन | दक्षिण अफ्रीका | गुवाहाटी, 2025 |
| 342 रन | ऑस्ट्रेलिया | नागपुर, 2004 |
| 341 रन | पाकिस्तान | कराची, 2006 |
भारत की बल्लेबाजी संघर्ष
0 – इस सीरीज़ में भारत की ओर से कोई भी शतक नहीं लगा।
15.23 – भारतीय बल्लेबाजों का सीरीज़ औसत, जो उनका दूसरा सबसे खराब है।
साइमन हार्मर का ऐतिहासिक प्रदर्शन
27 विकेट – भारत में किसी भी दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज के सबसे ज़्यादा विकेट।
8.94 – इस सीरीज़ में हार्मर का औसत, जो विश्व युद्ध II के बाद किसी भी गेंदबाज का दूसरा सबसे बेहतरीन औसत है।
9/101 – गुवाहाटी टेस्ट में हार्मर के मैच के आँकड़े, भारत में दक्षिण अफ्रीका के लिए दूसरे सबसे बेहतरीन।
बवुमा की दक्षिण अफ्रीका की शानदार रन
11 जीत – टेंबा बवुमा के कप्तानी में पहले 12 टेस्ट में सबसे ज़्यादा जीत।
2 – भारत में दक्षिण अफ्रीका की यह दूसरी टेस्ट सीरीज़ जीत है।
मार्करम का विश्व रिकॉर्ड
9 कैच – एक टेस्ट मैच में किसी गैर-विकेटकीपर द्वारा सबसे ज़्यादा कैच।
जैनसेन का शानदार प्रदर्शन
7 छक्के – जैनसेन की 93 रनों की पारी में, जो दक्षिण अफ्रीका के लिए संयुक्त सर्वोच्च है।
6/48 – जैनसेन की गेंदबाजी, भारत में 1988 के बाद किसी लेफ्ट-आर्म तेज़ गेंदबाज का तीसरा पाँच विकेट हॉल।
